सुकन्या समृद्धि योजना भारत सरकार की ऐसी योजना है जिसमें अगर आप अपनी बेटी के लिए आने वाले भविष्य के लिए एक अच्छी खासी रकम जुटाना चाहते हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना ही सबसे अच्छा विकल्प है.
यह योजना आपको किसी भी सरकारी एफडी जिसे की फिक्स डिपाजिट भी कहते हैं उससे कहीं ज्यादा बेहतर विकल्प और सुरक्षित फाइनैंशल प्लानिंग के लिए तैयार भी करेगा.
आने वाले समय में हायर एजुकेशन के लिए मदद
सुकन्या समृद्धि योजना जैसे कि एसएस भाई भी कहा जाता है इसमें निवेश करके आप अपनी बेटी के लिए हायर एजुकेशन के लिए अच्छा खासा फंड खड़ा कर सकते हैं.
इस योजना के तहत आप जब निवेश करते हैं तो आप अपनी बेटी की एजुकेशन यानी कि शिक्षा, उसका कैरियर और उसकी शादी के लिए निश्चिंत हो सकते हैं.
सबसे बड़ी बात यह है कि आज के समय में महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जाए और उस समय में पैसे को कहीं तो सुरक्षित करना बड़ा ही मुश्किल हो गया है लेकिन ऐसे समय में भारत सरकार की इस योजना के तहत आप अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित कैरियर और उनकी शादी के खर्चों को मैनेज कर सकते हैं.
क्या करना होगा?
यदि आप सरकारी योजना के लाभार्थी बनना चाहते हैं, सबसे पहले शर्त यह है कि आपके पास एक बेटी होनी चाहिए और उसकी उम्र 10 साल से कम हो. तभी आप इस योजना में निवेश कर सकते हैं.
यह योजना, भारत सरकार की बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान की एक मुख्य शाखा में से एक है. जिसमें की बेटियों को भ्रूण में ही दिया जाता है, इस प्रकार की गलत कर्मों से बचाने के लिए और लोगों को आने वाले भविष्य के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कि वह बेटे और बेटियों में फर्क ना करें. इसी कारण से भारत सरकार ने फाइनेंसियल तौर पर भी माता-पिता को सक्षम बनाने की कोशिश की है.
जिसके तहत यदि आपके पास 10 साल से कम उम्र की बेटी है तो आप अपना निवेश शुरू कर सकते हैं और जब वह 25 साल की होगी तो आपकी इस निवेश के द्वारा आप उसके लिए तकरीबन 6500000 रुपए की राशि इकट्ठा कर सकते हैं.
सबसे उचित ब्याज दर वाली योजना
इस समय भारत सरकार की चल रही किसी भी प्रकार की योजनाओं जिसने कि आपको एक सुनिश्चित रिटर्न मिलता है उसमें से सुकन्या समृद्धि योजना ही एक ऐसी भारतीय सरकार की योजना है जो कि सबसे अधिक और सबसे सुरक्षित ब्याज दे रही हैं.
कैसे खुलवाना होगा ऐसे अकाउंट को?
अब हमें पता चल गया कि सुकन्या समृद्धि योजना ही हमारी बेटी के लिए आने वाले भविष्य के लिए सबसे अच्छा विकल्प है. लेकिन हम किस प्रकार से इस प्रक्रिया के भाग बन सकते हैं और कैसे उसकी अकाउंट को खुलवा सकते हैं?
इसके लिए आपको किसी भी बैंकिंग शाखा में जा सकते हैं और वहां पर आप अपनी बेटी के नाम से एक खाता खोलें और उसमें कम से कम ढाई ₹100 जमा के साथ आप या खाता खोल सकते हैं.
क्या कोई अधिकतम निवेश की सीमा है?
जी हां, अधिकतम निवेश की सीमा ₹300000 है कि आप इसे सालाना इससे ज्यादा नहीं कर सकते. और इसमें निम्नतम ₹250 से कम नहीं डाल सकते.
ब्याज दर कितनी है?
सबसे मुख्य सवाल यह है कि हमें यदि इस योजना में निवेश करना हो तो हमें कितना फ़ीसदी ब्याज मिलेगा. इसका जवाब यह है कि इस वक्त भारत सरकार और सभी भारतीय बैंकों में तकरीबन फिक्स डिपाजिट करीब 3:00 से 5:00 या 6:00 पर्सेंट के बीच में है.
लेकिन जब आप इस योजना का एक अंग बनते हैं तो आपको 7.6% का एक सुनिश्चित ब्याज मिलना तय हो जाता है.
क्या सिर्फ हम इसमें अपनी एक ही बेटी का निवेश कर सकते हैं?
यह एक बहुत ही अच्छा प्रश्न है कि यदि किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक बेटियां हो तो वह उस योजना में भागीदार बन सकता है या नहीं?
इसका जवाब भी भारत सरकार ने दिया है और उन्होंने कहा इस वक्त कन्या समृद्धि योजना में, कोई भी माता-पिता अपनी अधिकतम दो बेटियों का निवेश कर सकते हैं. किंतु यदि वह 2 से अधिक बेटियों के लिए इस योजना में निवेश करना चाहते हैं तो इसके लाभ भर्ती नहीं हो पाएंगे.
किस उम्र में इस पैसे का उपयोग हो पाएगा?
आपने निवेश किया लेकिन इसका उपयोग कब कर पाएंगे यह सबसे मुख्य प्रश्न में से एक है. इसी को ध्यान रखते हुए भारत सरकार ने 21 साल की उम्र में बेटियों के अकाउंट में से पैसा निकालने का प्रावधान रखा है. दूसरी मुख्य बात यह है कि इस स्कीम के तहत 9 साल और 4 महीनों के आसपास आपकी निवेश की रकम डबल हो जाती है.