ट्विंकल की फरियाद
मम्मी! तुमने हमको जतन से पाला,गर्मी बरसात जाड़ा में पड़ता पाला।ठिठुर ठिठुर कर गीले वस्त्रों में सोयी,रात जग जग आंखों की निंदियाखोयी।। मेरी कहां ! …
मम्मी! तुमने हमको जतन से पाला,गर्मी बरसात जाड़ा में पड़ता पाला।ठिठुर ठिठुर कर गीले वस्त्रों में सोयी,रात जग जग आंखों की निंदियाखोयी।। मेरी कहां ! …