आपकी पर्सनल बैंकिंग में चेक का क्या महत्व है?

क्या आप अभी तक बैंकिंग में चेक के महत्व को नहीं जानते हैं और यदि जानते हैं तो क्या उनका सही तरह से उपयोग करते हैं?

यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जो कि सभी को पता होना चाहिए. ग्रामीण क्षेत्रों में कई किसान भाई, मजदूर एवं बिना पढ़े लिखे लोग जो कि इस वक्त भारत की बैंकिंग अर्थव्यवस्था से जुड़ चुके हैं. वह आज भी बैंकिंग में चेक का महत्व नहीं समझ पाते. जिसके कारण उन्हें आज भी बैंकों में जाकर के फॉर्म भरना पड़ता है और वहां पर स्वयं का धन निकालने की प्रक्रिया में शामिल होना पड़ता है.

इसके कारण उनका महत्वपूर्ण समय व्यर्थ होता है जिसे आपने किसी अन्य कार्य में लगा सकते हैं. बैंक के बारे में जानना इसलिए भी आवश्यक है, कि भविष्य में होने वाले किसी भी प्रकार के, अवांछित घटना जो कि आपको, और आपके परिवार के धन को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचा सकती है.

इस आर्टिकल में हम यही जाने की कोशिश करेंगे कि चेक क्या होता है और उसका उपयोग कैसे किया जाता है.

चेक क्या होता है?

यदि आप भारत के किसी भी बैंक में अपना खाता खोलते हैं तो आप को आवश्यक रूप से दो चीजों का मिलना जरूरी होता है.

इसमें से पहला होता है आपके बैंक का एवं आप के खाते का पासबुक. पासबुक, आपके खाते की सभी प्रकार की लिखित जानकारी होती है जिसमें अपने कितना धन निकाला और कितना धन जमा किया. आपके पास बुक में आपके संपूर्ण खाते का ब्यौरा होता है, इस विवरण से आप यह जान सकते हैं कि आपके खाते में, किस समय पर कितना धन उपलब्ध है था और है.

खाता खोलते समय जो आपको दूसरी चीज मिलती है वह होती है आपका बैंक का चेक. यह एक कागज रूपी, धारक को दिए जाने वाला वचन है. जिसमें धारक अपने खाते में जमा धनराशि को कभी भी निकाल सकता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि यदि आप भी हो तो भी आप स्वयं के पैसे को निकाल सकते हैं एवं दूसरों के खाते में दे सकते हैं अथवा दूसरों को दे सकते हैं.

चेक का उपयोग के तरीके:

आपके खाते के चेक के द्वारा अब मैं क्या वचन देता है कि आप अपने धनराशि को दे सकते हैं अथवा निकाल सकते हैं. जिसके कारण आपको लंबी कतार में लगने से, समय की बचत होती है. आपको स्वयं रूप से बैंक की शाखा में कतार बंद नहीं होना पड़ता. यह कैसी प्रक्रिया होती है जिससे आप अधिकतम धनराशि निकाल सकते हैं.

इसकी सबसे अमूल्य बातें होती है कि आप यदि किसी भी प्रकार के लोन अर्थात कर्ज को लेते हैं तो आप सामने धारक को एडवांस में या एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित धनराशि को अंकित कर सकते हैं. जिससे कि वह धनराशि उस निश्चित समय पर उस निश्चित व्यक्ति को उसके अकाउंट में स्थानांतरित हो जाएगी.

चेक के उपयोग के तरीके निम्नलिखित हैं:

  1. चेक पर आपको, धनराशि निकालने वाले का नाम सर्वप्रथम लिखना पड़ता है. यदि आप स्वयं धनराशि निकाल रहे हैं तो आप स्वयं लिख सकते हैं, यदि किसी और को धनराशि प्रदान कर रहे हैं तो उस व्यक्ति का नाम अंकित करना होता है. इस वक्त आप को या ध्यान देना जरूरी होता है कि जिस व्यक्ति के द्वारा या जिस व्यक्ति को आवेदन राशि देना चाहते हैं उसका नाम सही तरीके से अंकित होना जरूरी है. अन्यथा धनराशि स्थानांतरित होने में समस्या उत्पन्न हो सकती है.
  2. चेक पर आपको एक निश्चित धनराशि करनी होती है. आपको यह ध्यान रखना जरूरी है निकालना या दूसरे को देना चाहते हैं आपके खाते में उतना होना आवश्यक है.
  3. दिनांक का सही होना अत्यंत आवश्यक होता है. यदि आपके दिनांक की तिथि सही नहीं है तो आपको किसी भी प्रकार की राशि को स्थानांतरित करने अथवा निकालने में समस्या उत्पन्न होगी.

चेक के फायदे:

चेक के कुछ मूल्यों के बारे में हमने ऊपर आपको बताया. किंतु विस्तृत रूप से जानते हैं कि चेक के किस प्रकार से फायदे हो सकते हैं यदि आप उन्हें लंबी अवधि के लिए इस्तेमाल करें:

  1. चेक द्वारा आपको स्वयं यथावत स्थिति में बैंकिंग शाखा में जाने की जरूरत नहीं है. आपके द्वारा अंकित धनराशि आप स्वयं या कोई दूसरा भी निकाल सकता है.
  2. चेक पर यदि आपके हस्ताक्षर सही नहीं है तो आपके चेक का कोई दुरुपयोग नहीं कर सकता. अर्थात यह अत्यंत सुरक्षित और सघन माध्यम है.
  3. चेक के द्वारा आप अधिकतम धनराशि निकाल सकते हैं.
  4. चेक के माध्यम से आपको सिर्फ अपने शहर या गांव से दूर भी धनराशि निकालने की सुविधा उपलब्ध होती है. यदि आप चेक का उपयोग नहीं करते हैं तो आप अपनी धनराशि को केवल अपने निश्चित बैंक शाखा के द्वारा ही निकाल सकते हैं किंतु चेक में यह सुविधा है कि आप पूरे भारतवर्ष में कहीं पर भी धनराशि को निकाल अथवा दे सकते हैं.
  5. चेक के माध्यम से आप किसी को कर दे सकते हैं या एक वादा कर सकते हैं कि इस निश्चित अवधि पर आपको इस निश्चित धनराशि को प्रदान किया जाएगा.

चेक के उपयोग किए जाने पर दी जाने वाली सावधानी:

किसी भी वस्तु का यदि उसका एक अच्छा पहलू होता है तो उसका दूसरा पहलू स्वाभाविक जो कि नकारात्मक होता है. इसीलिए जब भी हम किसी भी चेक का प्रयोग करें तो हमें निम्नलिखित सावधानियां बरतनी जरूरी होती है. जिनका विवरण निम्नलिखित है:

  1. जब भी आप किसी चेक पर हस्ताक्षर करें, तो यह ध्यान रखें, जिस प्रकार से आपने अपनी बैंकिंग शाखा में हस्ताक्षर किए थे, हूबहू उसी का नकल होना चाहिए. अन्यथा आपके चेक का निस्तारण होने में समस्या उत्पन्न होगी. और यह एक प्रकार का अपराधी माना जाएगा यदि यही प्रक्रिया 3 बार सेअधिक होती है. यह इसलिए है क्योंकि जब भी आप किसी पर चेक हस्ताक्षर करते हैं या देते हैं तो आप या धारा को वचन देते हैं कि निश्चित धनराशि व आपके बैंकिंग शाखा से धारण कर सकता है. और यदि आपका चेक बाउंस होता है तो यह एक प्रकार का अपराधिक प्रकरण है.
  2. अपने चेक पर किए जाने वाले हस्ताक्षर की कॉपी किसी और को ना देना. जब भी आप चेक पर हस्ताक्षर कर रहे हो तेरा ध्यान रखें कि आपके अगल-बगल कम लोगों की मौजूदगी हो. इससे आपके हस्ताक्षर की गोपनीयता भंग होने का एवं आपके धनराशि का गलत उपयोग किए जाने की संभावना होती है.
  3. अपने चेक का स्वयं ध्यान रखना. आपका चेक धारक हो या वचन देता है कि आपकी खाता से धन राशि निकाली जा सकती है जो कि आपका वचन है. इसीलिए दिए हुए चेक का सही तरीके से ध्यान रखना और किसी गलत हाथ में ना जाना यह आपकी सावधानी बरतें की प्रक्रिया है.
  4. सही तिथि का अंकन करना चेक पर अत्यंत जरूरी है.
  5. जिस भी चेक को आप बैंकिंग शाखा में धनराशि निस्तारण के लिए भेज रहे हैं या ध्यान रखें कि उस पर किसी भी प्रकार की कटिंग ना हो. इसके साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपका चेक कहीं से भी पटा ना हो.
  6. एक ही पेन का प्रयोग करना जरूरी है. जब भी आप चेक पर साइन कर रहे हो तो आपको यह ध्यान रखना पड़ता है कि आप केवल एक ही पेन का प्रयोग करें. दो अलग-अलग पेन की स्याही का उपयोग होना, बैंकिंग अवधारणा का उल्लंघन करना होता है.

बैंकिंग में चेक के अमूल्य योगदान:

भारतवर्ष की बैंकिंग व अर्थव्यवस्था में, चेक का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है. आज के समय में जबकि ऑनलाइन प्रक्रिया अपने चरम स्थिति पर है.

इस समय पर भी बैंक में चेक का अमूल्य योगदान है. भारतवर्ष में हो रहे हर प्रकार के बिजनेस एवं व्यवसाय व्यापार को चेक द्वारा ही आकलन एवं संचालन किया जाता है.

यहां तक कि सरकारी व्यवस्थाओं में लोगों की सैलरी देने एवं लोगों को पेंशन देने में भी चेक का उपयोग किया जाता है. किसी भी प्रकार के सरकारी आवंटन एवं प्रक्रियाओं में बोली लगाने अथवा उन्हें संचालित करने में चेक का उपयोग हो रहा है.

हमें उम्मीद है कि यह आर्टिकल आपको बैंकिंग एवं से संबंधित जानकारियों को साझा करने में सफल रहा होगा. यदि आपको बैंकिंग अथवा चेक में किसी भी प्रकार की समस्या है तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में अपने विचारों को साझा करें हम यथासंभव आपकी मदद की प्रक्रिया में शामिल होंगे.